बात 2017 की है जब बुंदेलखंड में बहुत सूखा पड़ गया था और इसके लिए अप की योगी सरकार ने वहां पर आर्टिफिशियल बारिश करवानी चाहि इसके लिए योगी सरकार ने चीन से मदद मांगी और इस पर चीन ने सरकार को 10 लख रुपए प्रति किलोमीटर का खर्च बताया और साथ ही में इस टेक्नोलॉजी को शेयर करने के लिए भी साफ मना कर दिया ||
इसके बाद यूपी सरकार मदद के लिए IIT कानपुर गई और क्लाउड सीडिंग टेक्नोलॉजी को डेवलप करने के लिए उससे मदद मांगी इसके बाद आईआईटी कानपुर के द्वारा कई केमिकल्स केमिकल से उसको एयरक्राफ्ट से बुंदेलखंड के ऊपर बादलों में उसे केमिकल को छोड़ा गया इसके थोड़ी देर बाद वहां के इलाके में बारिश होने लगी तो इस प्रकार योगी सरकार ने 2017 में यूपी के बुंदेलखंड में आर्टिफिशियल बारिश कार्रवाई क्योंकि वहां पर बहुत सूखा पड़ रहा था और इससे वहां के लोगों को राहत मिली और चीन को भी आईआईटी कानपुर के लोगों ने अच्छा जवाब देकर दिखाया ||